नाम : प्रताप बाबू
नवप्रवर्तक कोड : 71182981
पद : ग्राम प्रधान, फिरोजपुर, कानपुर देहात
परिचय
प्रताप बाबू फिरोजपुर ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान हैं। आज भले ही वह ग्राम प्रधान हो मगर उसके पीछे उनका लंबा संघर्ष जुड़ा हुआ है। निम्न और बेहद गरीब परिवार में जन्में प्रताप बाबू को अपनी इच्छा पूरी करने के लिए हमेशा ही मशक्कत करनी पड़ती थी, उसके बावजूद अधिकांश चीजें वह पूरी नहीं कर पाते थे। मगर उनकी एक ख्वाहिश ऐसी भी थी जिसे पूरा करने से उन्हें कोई भी चुनौतियां नहीं रोक पाई, अपने जिद और कोशिशों से उन्होंने अभावग्रस्त हालातों के बावजूद शिक्षा अर्जित की।
उनकी सारी शिक्षा सरकारी विद्यालयों में ही हुई, जिसके लिए उन्हें काफी दूर जाना होता था। उनके बुलंद हौसलों ने इस दूरी को कभी रास्ते का रोड़ा नहीं बनने दिया। अब इसे इत्तेफाक कहिए या कुछ और मगर जिस शिक्षा के लिए उन्होंने काफी मशक्कत की और उसे हासिल किया उसी के बल पर आज वह अध्यापन का कार्य करते हुए दूसरे बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं।
शिक्षक से ग्राम प्रधान का सफर
प्रताप बाबू अध्यापन के अलावा अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन भी बखूबी कर रहे हैं। उन्होंने सामाजिक कार्यों की शुरुआत कुछ समाजसेवियों के साथ जुड़कर शुरू की थी।
वर्ष 2006 के दौरान हुए पंचायत चुनाव में उन्होंने भी चुनाव लड़ने का फैसला किया और अपने क्षेत्र से पंचायत सदस्य चुने गए। इसके बाद वह और भी ज्यादा समाज सेवा के कार्य में जुट गए। अपने सामाजिक योगदान और लगातार शिक्षा के क्षेत्र में जुड़े होने के कारण उन्होंने ग्राम प्रधान का चुनाव भी लड़ा और उसमें जीत भी हासिल की।
कार्य एवं प्रयास
ग्राम प्रधान चुने जाने के बाद प्रताप बाबू ने कई विकास के कार्य किए हैं। समाज में रहते हुए वह समाज के सभी वर्गों का, सभी लोगों का जरुरत के मुताबिक मदद करते हैं। ग्राम प्रधान बनने के बाद उन्होंने खड़ंजे, नाले, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं को लेकर बेहतरीन कार्य किया है। शासन के द्वारा जारी पैसों का वह भरपूर सदुपयोग करते हैं जिससे क्षेत्र के लोगों का विकास हो पाए।
भविष्य की योजनायें
पर्याप्त धन के अभाव में वह चाहकर भी कुछ कार्य नहीं कर पा रहे हैं। ग्राम प्रधान के पास बहुत ज्यादा धन आवंटित नहीं होता मगर उन्हें कोई गुरेज नहीं कि उन्हें सांसद निधि से या विधायक निधि से जहां से भी हो सके धन जारी किया जाए और वह कुछ और विकास कार्य अपने क्षेत्र में कर सके। उनके इलाके में कच्ची सड़क होने से आम लोगों को बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ता है इसलिए उनकी अब सबसे बड़ी प्राथमिकता है कि यहां की सड़कों को पक्का करवाया जाए।
कार्य में आने वाली बाधाएं
कार्य के दौरान होने वाली बाधाओं पर उनका कहना है कि समाज में अच्छे बुरे सभी प्रकार के लोग होते हैं। कुछ आपके अच्छे कार्य को भी बुरा बताकर आप को हतोत्साहित करते हैं, लोगों को भड़काते हैं मगर आप सही हैं तो आपको आपके कार्य करने से कोई नहीं रोक सकता। उनका मानना है कि जो वास्तविक अर्थों में समाज के लिए काम करना चाहते हैं उन्हें डटकर इन बाधाओं का सामना करना चाहिए।
सरकारी नीतियों को लेकर विचार
प्रताप जी का मानना है कि शिक्षा को लेकर सरकारी नीतियों में परिवर्तन किये जाने की जरूरत है। उनका मानना है कि आने वाली पीढ़ी में हर किसी को शिक्षित किये जाने की जरूरत है। इसके साथ उनका यह भी कहना है कि आज सभी तरफ टेक्नोलॉजी ही टेक्नोलॉजी है ऐसे में सरकार को इस दिशा में भी कदम बढ़ाने चाहिए जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी को तकलीफ न हो।
सामाजिक परिवर्तन
प्रताप जी मानते है कि हर घर से हमारी युवा पीढ़ी पढ़ लिख कर टेक्नोलॉजी को लेकर आगे बढ़े तो समाज और देश की उन्नति निश्चित है। प्रत्येक व्यक्ति को टेक्नोलॉजी की पूर्ण जानकारी हो तो यह कदम समाज को ऊंचाइयों पर पहुंचाने का कार्य करेगा।