नाम - नीरज मिश्र
पद - जिलाध्यक्ष व्यापार मंडल, कानपुर देहात
नवप्रवर्तक कोड - 71183003
परिचय –
नीरज मिश्र एक समाजसेवी हैं। कानपुर देहात से वह वर्तमान में व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष है। व्यापार मंडल का जिलाध्यक्ष होने की वजह से वह व्यापारियों के हितों के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। मगर साथ ही साथ वह यह भी चाहते हैं कि व्यापारी ग्राहकों का भी सम्मान करें।
नीरज मिश्र के व्यक्तित्व की एक झलक ही है यह कि महज 16-17 वर्ष की आयु में उन्हें व्यापार मंडल का नगर अध्यक्ष चुना गया। यह किसी उपलब्धि से कम नहीं मगर उससे भी बड़ी उपलब्धि कि वह नगर अध्यक्ष के पद पर लगातार 21 वर्षों तक रहे, प्रत्येक वर्ष होने वाले चुनाव को जीतकर वह इस पद की गरिमा बढ़ाते रहें हैं। आपको यह भी बता दें कि 21 वर्षों तक नगर अध्यक्ष रहने के बाद वह व्यापार मंडल के महामंत्री भी बनाए गए और फिलहाल जिलाध्यक्ष के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं। इसके साथ वह क्षेत्रीय रामलीला समिति के अध्यक्ष भी हैं जो प्रतिवर्ष रामलीला का आयोजन करती है।
सामाजिक कार्य –
ऐसे तो कई सामाजिक कार्य है जो नीरज मिश्रा निरंतर करते रहते हैं मगर गरीब, असहाय और विकलांगों की मदद करना उनकी प्राथमिकता होती है। अगर क्षेत्र में पुलिस किसी भी गरीब असहाय के साथ अन्याय करती है, तो वह उसके साथ खड़े होते हैं, जरूरत पड़ने पर वह धरना-प्रदर्शन भी करते हैं। इतना ही नहीं वह गांव- गांव जाकर किसानों की मदद करने व सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाने के लिए भी प्रयासरत रहते हैं।
भारतीय संस्कृति और परंपरा को बचा कर रखना भी उनका एक लक्ष्य है जिसके तहत वह रामलीला समिति के अध्यक्ष के तौर पर भी काम कर रहे हैं। वह हर वर्ष क्षेत्र में 21 दिनों का रामलीला मेला का आयोजन करवाते हैं, जिसके लिए हिन्दुओं के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों का भी सहयोग, चंदे व अन्य माध्यम से प्राप्त होता है।
उद्देश्य –
नीरज मिश्र का मुख्य
उद्देश्य ईमानदारी से कार्य करते हुए समाज से जुड़े रहना व समाज की भलाई के लिए
कार्य करना है। अभी भी उनका क्षेत्र काफी पिछड़ा है तथा वहां कई ऐसी समस्याएं हैं,
जिनके लिए वह कार्य करना चाहते हैं
उनका प्रयास है कि प्रशासन उनके क्षेत्र में रेल- सेवा की व्यवस्था करे ताकि वहां के स्थानीय लोगों को असुविधा व परेशानी न हो। इसके अलावा वह चाहते है कि क्षेत्र में राजकीय विद्यालयों व डिग्री कालेजों की स्थापना हो, जिससे कि छात्रों को अच्छी शिक्षा मिल सके। इस मुद्दे पर उच्च अधिकारियों व नेताओं से मिलकर वह इस दिशा में कार्य करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने खुद भी विकास सम्बन्धी कई कार्य किये हैं, जिनका लाभ क्षेत्र की जनता को मिल रहा है।
कठिनाईयां –
समाज सुधार व जनसेवा के लिए
कार्य करते हुए नीरज मिश्र के मार्ग में कई बाधाएं आई। कई बार कुछ असामाजिक
तत्वों ने अप्रत्यक्ष रूप से उनका काम बिगाड़ने व उनके कामों में बाधाएं डालने की
कोशिश की किन्तु उनका मानना है कि जब भी आप कुछ अच्छा कार्य करते हो तो ऊपर वाले का आशीर्वाद आपके साथ रहता है, जिससे कोई भी आपका बुरा नहीं कर सकता है
नीति- परिवर्तन पर विचार –
नीरज मिश्र का मानना है कि देश में हमें शैक्षिक नीति-परिवर्तन की आवश्यकता है। हमारे जनप्रतिनिधि शिक्षित होने चाहिए व इसके लिए एक क़ानून बनना चाहिए, क्योंकि जनप्रतिनिधि यदि शिक्षित होंगे तभी वह समाज को सही दिशा दिखा पाएंगे और तभी देश से अफसरशाही खत्म होगी।
इसके अलावा ‘स्वच्छ भारत अभियान’ जैसे सामाजिक
अभियान तभी सफल हो पायेंगे, जब लोग भी इनके प्रति जागरूक होंगे व इसमें अपना सहयोग देंगे.
सामाजिक परिवर्तन पर विचार –
सामाजिक परिवर्तन के बारे में नीरज मिश्र का कहना है कि हमारे समाज से जातिवाद का खात्मा होना चाहिए। आज हमारे यहां राजनीति भी जातिवाद पर निर्भर हो चुकी है, इसे रोकना होगा तभी समाज व देश का विकास संभव है। उनके अनुसार जातिवाद का अंत शिक्षा से ही संभव है। जब समाज का हर एक नागरिक शिक्षित होगा तो समाज स्वयं ही जातिवाद के बन्धनों से मुक्त हो जाएगा।