Name- मदन पांडे
Designation- पूर्व जिलाध्यक्ष , भाजपा , कानपुर
Badge number-
71182977
परिचय
मदन पांडे भाजपा के पूर्व जिला मंत्री व महामंत्री हैं. वह एक अनुभवी नेता हैं तथा उन्होंने संघ, विश्व हिन्दू परिषद व भाजपा में विभिन्न पदों पर कार्य किया है. वह एक साधारण परिवार से सम्बन्ध रखते हैं, जहां उन्होंने अपने परिवार के जीविकोपार्जन के लिए खेती आदि का कार्य भी किया है.
पारिवारिक परिस्तिथियों के कारण वह अपनी शिक्षा भी पूरी नहीं कर पाये तथा बी.ए. के दूसरे वर्ष में उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी. इसके बाद वह संघ व विहिप के कार्यकर्ता डॉ राजनारायण मिश्र के संपर्क में आये तथा विहिप में कार्य करने लगे. यहीं से वह सामाजिक कार्यों व संगठनों से जुड़ गये.
राजनीति
में आने का कारण
मदन पांडे अपने गांव के परिवेश तथा पारिवारिक परिस्थितियों के कारण नौकरी नहीं कर पाये. विहिप में कार्य करते हुए उनकी मुलाकात डॉ रंजन लाल मिश्र जो वर्तमान में संघ के विभाग संचालक हैं, उनसे हुई. डॉ साहब के
सानिध्य में रहते हुए उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर सोचना शुरू किया तथा उनके अंदर
राष्ट्रीय विचारधारा पैदा हो गयी, जिसे आगे बढ़ाने के उद्देश्य से वह कार्य करने
लगे.
इसके बाद जब वह अपने गांव के संपन्न लोगों को गांव के गरीब लोगों को सताते हुए देखते तो उन्हें काफी कष्ट होता. गांव के लोगों के लिए खड़े होने तथा उनकी मदद करने के उद्देश्य से वह राजनीति में आये, जिसके बाद उन्होंने अपने प्रयासों से गांव के गरीब लोगों पर होने वाला अत्याचार बंद करवाया.
संघ से जुड़ने के बाद मदन पांडे ने अपने
गांव में संघ की एक शाखा शुरू की. जिसके बाद वह गांव व लोगों के कल्याण के लिए
अन्य सामाजिक कार्य करने लगे.
राजनीतिक सफर
एक बार उनके गांव में डकैती के दौरान दो लोगों
की मौत हो गयी, जिसमें गांव के निर्दोष लोगों को फंसाया गया. यह देख कर उन्हें
काफी पीड़ा हुई तथा राजनीतिक व सामाजिक
लोगों के संरक्षण की आवश्यकता भी महसूस हुई. इसीलिए उन्होंने स्थानीय नेताओं से
मिलना शुरू कर दिया. इसी दौरान वह रूरा के स्थानीय भाजपा
नेता डॉ भानू प्रकाश मिश्रा से मिले तथा उनके माध्यम से 1987 में भाजपा के
गांव इकाई के सदस्य व 1988 में गांव इकाई के अध्यक्ष बनें. यहीं से भाजपा में उनके
राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई.
गांव स्तर के बाद वह अकबरपुर ब्लाक स्तर पर मंडल अध्यक्ष शिवशरण पांडे से जुड़े, जिन्होंने मदन पांडे को स्थानीय युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष बनाया. यहीं से संघ में उनका सफर रूक गया व वह भाजपा में आगे बढ़ने लगे.
अपनी मेहनत और कार्यों के परिणाम स्वरुप वह कई बार मंडल के महामंत्री चुने गये. जिला स्तर पर उन्होंने जिला कार्य समिति के अध्यक्ष, मोर्चा और प्रकोष्ठों के संयोजक व जिले के मंत्री व महामंत्री के पद पर कार्य किया. उनका कहना है कि उन्हें राजनीति करना नहीं आता, उन्होंने बस पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करते हुए बखूबी अपने पदों व जिम्मेदारियों का निर्वाहन किया है.
क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार
उनके क्षेत्र के कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर उन्होंने कार्य किया है व करना चाहते हैं. उनके अनुसार इस समय जिले के ज्यादातर गांव पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. अतः सभी गांवों में कम से कम एक तालाब या झील तो होनी ही चाहिए.
इसके अलावा प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी
समझनी होगी. प्राइमरी
स्कूलों की स्थिति देखते हुए मदन पांडे ने एक स्कूल को गोद भी लिया है. सिर्फ
प्राइमरी स्कूल ही नहीं बल्कि विश्वविद्यालय स्तर पर भी आज शिक्षा को व्यापार बना
दिया गया है. इसलिए शिक्षा स्तर में सुधार के लिए कार्य होना चाहिए.
हर गांव में सड़कें, बिजली तथा यातायात के साधन उपलब्ध हों, ऐसा उनका प्रयास है. इसके अलावा वह चाहते हैं कि उनके इलाके जमुना पट्टी के किनारे एक फोरलेन सड़क बनें, जिससे कि वह क्षेत्र भी एक औद्योगिक क्षेत्र बन सके तथा वहां की गरीबी दूर की जा सके.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार
राष्ट्रीय स्तर पर उनका मानना है, कि सरकार को
देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना पड़ेगा, क्योंकि एक मजबूत व्यवस्था ही एक मजबूत व
संपन्न देश का निर्माण करती है. यह तभी संभव होगा जब देश से गरीबी और बेरोजगारी
मिटेगी तथा हर गरीब व आम आदमी को उचित सुविधाएं मिलेंगी.
वैश्विक परिदृश्य पर विचार
मदन पांडे का कहना है कि भारत एक किसान प्रधान देश है तथा वैश्विक स्तर पर यह देश तभी मजबूत होगा, जब देश का किसान मजबूत होगा. यदि देश का किसान संपन्न होगा तो वो नए –नए प्रकार के उत्पादन कर सकेगा, जिससे कि भारत को कोई भी सामान किसी अन्य देश से आयात करने की आवश्यता नहीं पड़ेगी.
हम खुद
इतने सक्षम बनें कि हम दूसरे देशों को ज्यादा से ज्यादा निर्यात करें, तभी यह देश
उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा.