हरिलाल प्रसाद भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. राजनीतिज्ञ होने के अलावा हरिलाल प्रसाद पेशे से डॉक्टर भी है. मजदूर खेतीहर परिवार का यह शख्स समाज सेवा को अपना उद्देश्य बताते हैं. वह बताते हैं कि राजनीति में आने का उद्देश्य ही उनका समाज सेवा से जुड़ा रहा है. बचपन से ही आभाव का सामना करते आए हरिलाल का जीवन हमेशा संघर्षों में ही बीता. उनके परिवार में कोई भी पढ़ा लिखा नहीं था. हरिलाल प्रसाद बताते हैं कि जब वह देखते थे कि दूसरे इतने खुशहाल हैं उनके मन में यह ख्याल आता था हम इतने गरीब क्यों हैं?
मात्र 13-14 साल की उम्र में ही वह छात्र संगठन से जुड़ गए थे. खुद ही उम्र में छोटे हरिलाल प्रसाद दूसरे बच्चों को भी पढ़ाई का महत्व समझाते थे. वह दूसरे बच्चों को पढ़ने के लिए जागरुक करते थे. वह बच्चों को बताते थे कि आप अगर पढ़ोगे नहीं तो आपके साथ हो रहे हैं शोषण को भी समझ नहीं पाओगे, आप अपनी लड़ाई नहीं लड़ पाओगे.
1991 में 12वीं पास कर वह दिल्ली आए. यहां भी आने पर उन्होंने देखा कि मजदूरों का शोषण हो रहा है. गरीब लोगों के साथ काफी भेदभाव होता है. इससे दुखी हरिलाल प्रसाद का संपर्क सीपीआईएम की छात्र इकाई स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया से हुआ. वहां उन्होंने अपनी बात रखी. अपने रहने, कमाने के साधन और लोगों के लिए कुछ करने की इच्छा व्यक्त की. स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया ने उनकी काफी मदद की और साथ ही उन्हें काम भी दिलवाया. वह शाम में क्लीनिक में काम किया करते थे तो दिन में पढ़ाई और साथ ही समाज सेवा के कामों में लगे रहते थे.
आर्थिक हालातों के कारण उन्हें बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी और वह सीपीआईएम की युवा इकाई नौजवान सभा से जुड़े जहां उन्होंने संगठन की मजबूती के लिए नौजवानों को जोड़ना शुरु किया और साथी नौजवानों को महंगाई भत्ता और रोजगार दिलवाने के लिए प्रयासरत रहे. आगे चलकर वह राजधानी भवन निर्माण कामगार यूनियन से जुड़े जो निर्माण मजदूरों के कार्यों को देखती है और उनके हक की आवाज उठाती है. मजदूर वर्ग से आने वाले हरिलाल प्रसाद मजदूरों के लिए काफी संघर्षशील रहते हैं, वह हमेशा उनके लिए खड़े रहते हैं.

लंबे अरसे से समाज सेवा के साथ साथ राजनीति में काम करते रहे हरिलाल प्रसाद को आज सीपीआईएम ने सीतापुरी 17- एस से अपना एमसीडी उम्मीदवार घोषित किया है. हरिलाल प्रसाद का मानना है कि वह सबसे पहले जो जरूरत के कार्य हैं , जिसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है उस पर ध्यान देंगे. जैसे उनके वार्ड में गंदगी काफी है. नाले ढके हुए नहीं है, कचरे सड़कों पर बिखरे होते हैं. जिस से बीमारियां फैलती हैं. चिकनगुनिया, डेंगू जैसी बीमारी फैलती है. साथ ही स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था नहीं है जिस पर वह ध्यान देंगे. साथ ही सफाई कर्मचारियों को उचित मजदूरी मिले इसके लिए वह काम करेंगे. उनका कहना है कि एमसीडी में बहुत ही भ्रष्टाचार है कोई अगर घर का निर्माण करता है तो एमसीडी के कर्मचारी आकर उन से पैसा ले जाते हैं. वह इस भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सबसे पहले काम करेंगे.
अपने मोहल्ले में हरिलाल प्रसाद डॉक्टर साहब के नाम से मशहूर हैं. वर्षों से लोगों के लिए संघर्षरत हरिलाल आज अपनी मेहनत के बल पर यहां पहुंचे हैं. हमेशा समाज के लिए कुछ करने की इच्छा ने ही उन्हें यहां लाकर खड़ा किया है.
हरिलाल प्रसाद बड़े ही बेबाक और मुद्दों पर आधारित राजनीति करने के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपने इलाकों में अनगिनत कार्य करवाए हैं. वह बड़े ही सहज ढंग से चाहे स्वास्थ्य हो, शिक्षा, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था किसी भी मुद्दे पर अपनी स्पष्ट राय रखते हैं. इन्हीं कुछ मुद्दों से जुड़े प्रश्न हमने हरिलाल से भी किए और बड़ी ही बेबाकी से उन्होंने हमारे सभी प्रश्नों का जवाब दिया. प्रस्तुत है देश से और सामाजिक मुद्दों पर आधारित उनसे की गई बातचीत का मुख्य भाग :
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