डॉ प्रगति त्यागी पेशे से एक डॉक्टर हैं. वह एपेक्स अस्पताल व एपेक्स पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट शास्त्रीनगर और राजनगर एक्सटेंशन की संचालक हैं. इसके अलावा वह राजनीतिक रूप से भी सक्रिय हैं और हाल ही में उन्होंने ‘आम आदमी पार्टी’ की तरफ से गाजियाबाद से ‘महापौर’ का चुनाव लड़ा है.
डॉ प्रगति का जन्म मुजफ्फरनगर, उत्तर- प्रदेश में हुआ था, किन्तु उनके पिता एक इंजीनियर थे और उनका अक्सर ट्रान्सफर होता रहता था, इस कारण उनका बचपन अलग- अलग शहरों में गुजरा है. उन्होंने देहरादून के राजा राम मोहन राय स्कूल से इंटर किया है. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए कर्नाटक चलीं गयीं, जहां उन्होंने ‘राजीव गांधी यूनिवर्सिटी’ से पोस्ट ग्रेजुएशन ( एमएस, गाईनेकोलॉजी) किया है.
पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली के कई अस्पतालों में सीएमओ व कंसल्टर के रूप में कार्य किया. इसके बाद उन्होंने अपने पति के सहयोग से खुद का अस्पताल शुरू किया. डॉ त्यागी चिकित्सा क्षेत्र में रहकर भी कई सामाजिक कार्य करती रहती हैं. वह समय- समय पर नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करती हैं, जहां वह न सिर्फ लोगों का चेकअप करती हैं बल्कि उन्हें रोगों से दूर रहने और बचने के उपाय भी बताती हैं. अपने अस्पतालों में वह गरीब लोगों को कम पैसों में बेहतर इलाज उपलब्ध कराने का भी प्रयास करती हैं.

इसके अलावा एपेक्स अस्पताल शास्त्रीनगर व राजनगर एक्सटेंशन में उनके पैरामेडिकल संस्थान भी चलते हैं. जिनमें ‘निर्मल शिक्षा योजना’ के अंतर्गत हर वर्ष 20-20 छात्रों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है. यही नहीं इस संस्थान में छात्रों को खाने-रहने की सुविधा के अलावा डिप्लोमा और 3000 रूपए वज़ीफा भी दिया जाता है. यही नहीं संस्थान के छात्रों को शत प्रतिशत रोजगार भी दिलाया जाता है. उनका मुख्य उद्देश्य जनसुधार करना व एक सभ्य समाज का निर्माण करना है. यही कारण है कि चिकित्सा क्षेत्र में रहते हुए समाजसेवा करने के बावजूद उन्होंने राजनीति में आने का निर्णय लिया. इसके बाद जब उनके पास ‘महापौर’ का चुनाव लड़ने का प्रस्ताव आया तो वह राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय हो गयी और उन्होंने जनता से सीधे जुड़ना प्रारंभ कर दिया.

इस चुनाव के दौरान उन्होंने 100 वार्डों में हर गली मोहल्लों में जाकर ज़मीनी स्तर पर पानी, शिक्षा व सड़कों जैसी लोगों की समस्याएं सुनी व समझी. डॉ प्रगति त्यागी के अनुसार गाजियाबाद के विकास के लिए जहां एक तरफ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की जरूरत है, वहीं दूसरी ओर व्यवसायों से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण पाकर नगर में व्यवसायों को प्रोत्साहन देने की भी आवश्यकता है.
वहीं अगर रोजगार की बात करें तो हमें नगर में ही रोजगार के अवसरों व आईटी सेक्टरों का निर्माण करना होगा. यह तभी संभव है जब शिक्षा को रोजगार से जोड़ा जाये और छात्रों को उनकी रूचि के आधार पर ही आगे की शिक्षा दी जाये, जिससे छात्रों का समय भी बचे और आत्मविश्वास भी बना रहे. इसके अतिरिक्त गाजियाबाद को यदि एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाये, तो काफी लोगों को नगर में ही रोजगार मिल सकेगा. वहीं नगर की पवित्र हिंडन नदी को साफ करना भी प्रशासन की प्राथमिकता होना चाहिए.
डॉ प्रगति त्यागी के विचार हैं कि भारत अपने अध्यात्म, योग, संस्कृति और पर्यटन के लिए जाना जाता है और हमें जातिवाद और धर्मवाद से निकलकर इनका प्रोत्साहन व प्रचार करना चाहिए. वहीं हमें अपने देश में योग्यता के हिसाब से रोजगार उपलब्ध कराना होगा ताकि देश का युवा नौकरी के लिए बाहर न जाये.
हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना होगा जहां स्त्री- पुरुष में समानता व सुरक्षा हो तथा महिलाएं पुरुष का और पुरुष महिलाओं का सम्मान करते हों. जिससे विश्व में हमारी छवि और अच्छी होगी और देश में पर्यटन भी बढेगा. इसके अलावा हमें आपस में न लड़कर गरीबी, बेरोजगारी और प्रदूषण के खिलाफ लड़ना चाहिए और दुनिया को विश्व शान्ति का सन्देश देना चाहिए.
डॉ प्रगति त्यागी राजनीति में नहीं बल्कि जनता की सेवा करने में विश्वास रखती हैं. उनका मुख्य उद्देश्य एक सभ्य समाज का निर्माण करना है. उनकी प्रगति ‘एक सोच’ नामक एक पत्रिका भी निकलती है. जिसके माध्यम से वह न सिर्फ अपने विचारों को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करती हैं, बल्कि समाज के हर वर्ग के लोगों के विचारों को भी फैलाने का काम हैं. इसके अलावा कोई भी संगठन या पार्टी यदि कोई अच्छा कार्य करता है, तो उसे भी इस मैगजीन में स्थान दिया जाता है.
उनका मानना है कि किसी भी पार्टी या संगठन को समाज में साम्प्रदायिकता नहीं फैलानी चाहिए, बल्कि उन्हें लोगों से जुड़कर उनकी मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करना चाहिए.
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