नाम- भूपेश कुमार
पद: विधायक (भाजपा)
विधानसभा क्षेत्र: रोबर्टसगंज, उत्तरप्रदेश
नवप्रवर्तक कोड: 71189501

रोबर्ट्सगंज से जनसेवा का सशक्त चेहरा
उत्तर प्रदेश की राजनीति में सोनभद्र जिले का रोबर्ट्सगंज विधानसभा क्षेत्र विशेष महत्व रखता है। यहाँ से चुने गए विधायक भूपेश चौबे ने अपने कार्यकाल में यह साबित किया है कि राजनीति केवल सत्ता का साधन नहीं बल्कि जनता की सेवा का माध्यम है। वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता हैं और वर्तमान में उत्तर प्रदेश की 17वीं एवं 18वीं विधानसभा में रोबर्ट्सगंज का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
भूपेश
चौबे का जन्म 2 जून 1975 को सोनभद्र जिले के हिराचक गाँव में हुआ। उनके पिता का नाम गोरखनाथ चौबे है। वे एक ब्राह्मण हिंदू परिवार से आते हैं और बचपन से ही सामाजिक सेवा और शिक्षा में रुचि रखते थे। उन्होंने भाऊराव देवरस राजकीय कॉलेज, दुद्धी (सोनभद्र) से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर से वर्ष 1998 में स्नातक की डिग्री हासिल की।
व्यक्तिगत जीवन
भूपेश
चौबे का विवाह 5 जून 2006 को त्रिप्ती चौबे से हुआ। उनके दो बच्चे हैं—एक पुत्र और एक पुत्री। वे कृषि कार्यों से भी जुड़े रहे हैं और सामाजिक सेवा को अपनी विशेष रुचि मानते हैं।
राजनीति में प्रवेश
भूपेश
चौबे ने भारतीय जनता पार्टी से राजनीति की शुरुआत की। वर्ष 2017 में वे पहली बार विधायक चुने गए और रोबर्ट्सगंज विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। उनकी जीत ने यह साबित किया कि जनता उनके नेतृत्व और कार्यशैली पर भरोसा करती है। इसके बाद वे लगातार सक्रिय रहे और 2022 के चुनाव में भी विजयी होकर पुनः विधायक बने

संपत्ति और पारदर्शिता
चुनावी
हलफनामे के अनुसार, भूपेश चौबे की कुल घोषित संपत्ति लगभग ₹1.22 करोड़ है। इसमें से उनकी चल संपत्ति और अचल संपत्ति दोनों शामिल हैं। उनकी देनदारियाँ लगभग ₹29.7 लाख हैं। उनकी पारदर्शी छवि और साफ‑सुथरी राजनीति ने उन्हें जनता के बीच एक भरोसेमंद नेता बनाया है। हालांकि उनके खिलाफ 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं, फिर भी उनकी लोकप्रियता और जनता से जुड़ाव ने उन्हें लगातार जीत दिलाई है।
विधायक के रूप में योगदान
विधानसभा
में प्रवेश के बाद से ही भूपेश चौबे ने अपने क्षेत्र की समस्याओं को प्राथमिकता दी है। उनका ध्यान विशेष रूप से ग्रामीण विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर केंद्रित रहा है।
ग्रामीण बुनियादी ढाँचा: उन्होंने सड़कों के निर्माण और बिजली‑पानी की सुविधाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया।
कृषि सुधार: किसानों की समस्याओं को उठाना और उनके लिए सिंचाई व कृषि संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है।
शिक्षा: विद्यालयों और कॉलेजों के उन्नयन पर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने युवाओं के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध कराने की कोशिश की।
रोजगार: युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना और कौशल विकास योजनाओं को बढ़ावा देना उनके एजेंडे का हिस्सा है।

जनता
से
जुड़ाव
भूपेश
चौबे की सबसे बड़ी ताकत उनका जनसंपर्क और जनता से सीधा जुड़ाव है। वे नियमित रूप से अपने क्षेत्र का दौरा करते हैं और लोगों की समस्याएँ सुनते हैं। उनकी सरलता और सहज व्यवहार ने उन्हें ग्रामीण जनता के बीच लोकप्रिय बनाया है।
पार्टी से निष्ठा
भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा विकास, राष्ट्रवाद और सुशासन पर आधारित है। भूपेश चौबे इस विचारधारा को अपने क्षेत्र में लागू करने के लिए सक्रिय रहते हैं। वे पार्टी की नीतियों को स्थानीय स्तर पर प्रभावी बनाने के लिए काम करते हैं और साथ ही यह सुनिश्चित करते हैं कि राष्ट्रीय योजनाएँ गाँव‑गाँव तक पहुँचें।

भविष्य की दिशा
भूपेश
चौबे का राजनीतिक सफर अभी जारी है,
लेकिन उनकी उपलब्धियाँ और जनता से जुड़ाव यह संकेत देती हैं कि वे भविष्य में उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उनकी प्राथमिकताएँ शिक्षा, रोजगार और ग्रामीण विकास पर केंद्रित हैं।
उनकी
कृषि पृष्ठभूमि और सामाजिक सेवा की सोच उन्हें एक अलग दृष्टिकोण देती है। वे मानते हैं कि ग्रामीण समाज का उत्थान ही राज्य की प्रगति का आधार है और इसी सोच के साथ वे अपने क्षेत्र में योजनाएँ आगे बढ़ा रहे हैं।
निष्कर्ष
भूपेश
चौबे का जीवन और राजनीतिक सफर यह दर्शाता है कि राजनीति में जनता से जुड़ाव और सेवा की भावना सबसे महत्वपूर्ण है। रोबर्ट्सगंज से उनकी जीत ने यह साबित किया कि जनता उन नेताओं को पसंद करती है जो उनके बीच रहते हैं और उनकी समस्याओं को समझते हैं। वे न केवल सोनभद्र के लोगों के लिए उम्मीद का चेहरा हैं बल्कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी एक सशक्त आवाज बन चुके हैं।
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