नाम - आनंदिता दास
पद - राजनीतिज्ञ एवं समाज सेविका (काँग्रेस), धनबाद, झारखंड
नवप्रवर्तक कोड - 71191226
आनंदिता दास भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़ी एक प्रभावशाली नेता हैं, जिन्होंने सामाजिक सेवा और राजनीति के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है। वह अपने परिवार से पहली महिला हैं, जिन्होंने राजनीति में कदम रखा और समाज की बेहतरी के लिए खुद को समर्पित किया।
राजनीति में आने की प्रेरणा
आनंदिता दास ने विवाह के बाद धनबाद (झारखंड) में आकर महसूस किया कि महिलाओं को जीवन में कई कठिन संघर्षों का सामना करना पड़ता है। महिलाओं को शिक्षा से वंचित रखा जाता है, कम उम्र में विवाह कर दिया जाता है और हर क्षेत्र में उन्हें पीछे धकेला जाता है। यही कारण था कि उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने का निर्णय लिया, ताकि वे महिलाओं के अधिकारों की रक्षा कर सकें और उन्हें सशक्त बना सकें।
धनबाद, जो अपार संभावनाओं का क्षेत्र है, लेकिन बेरोजगारी की समस्या के कारण यहाँ के युवा पलायन करने को मजबूर हैं। आनंदिता दास का सपना है कि धनबाद को "आईआईटी हब" के रूप में विकसित किया जाए, जिससे स्थानीय युवाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें। इसके साथ ही, वह समस्त झारखंड के विकास की दिशा में कार्यरत हैं।
सामाजिक सेवा और एनजीओ से जुड़ाव
आनंदिता दास सिर्फ एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक समर्पित समाजसेवी भी हैं। वह "कोशिश - द होसपाईस" नामक एनजीओ से जुड़ी हुई हैं, जो कैंसर रोगियों के लिए कार्य करता है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य गंभीर रूप से बीमार मरीजों की जीवन गुणवत्ता में सुधार करना है। यह झारखंड में 2006 से प्रशामक देखभाल सेवाएँ प्रदान करने वाला पहला गैर-सरकारी संगठन है।
इस एनजीओ के माध्यम से आनंदिता और उनकी टीम:
- कैंसर मरीजों को योग और मेडिटेशन द्वारा मानसिक शांति प्रदान करती हैं।
- फीमेल हाइजीन, स्वास्थ्य और नर्सिंग प्रशिक्षण जैसे मुद्दों पर वर्कशॉप और सेमिनार आयोजित करती हैं।
- स्टेज 3 और स्टेज 4 कैंसर मरीजों को मानसिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के लिए कार्य करती हैं।
- गाँव की बालिकाओं को नर्सिंग ट्रेनिंग दिलाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करती हैं।
- बुजुर्गों और गंभीर रूप से बीमार रोगियों को घर पर देखभाल और सहायता प्रदान करती हैं।
शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं के लिए प्रयास
धनबाद के कई गाँवों का मुआयना करते समय आनंदिता ने देखा कि यहाँ के सरकारी स्कूल खंडहर बन चुके हैं और बच्चों के लिए कोई उचित सुविधा नहीं है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए भी अपने स्तर पर लगातार कार्य किया है। उनकी टीम धरातल पर काम कर रही है ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सकें।
समाज के प्रति समर्पण
आनंदिता दास केवल राजनीति को सत्ता प्राप्त करने का माध्यम नहीं मानतीं, बल्कि इसे समाजसेवा का एक महत्वपूर्ण मंच मानती हैं। वे हमेशा जनसेवा के कार्यों में अग्रणी रहती हैं और समाज कल्याण से कभी पीछे नहीं हटतीं। उनके नेतृत्व और सामाजिक कार्यों से न केवल धनबाद बल्कि पूरे झारखंड में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है।
आनंदिता दास का जीवन संघर्ष, सेवा और समर्पण का प्रतीक है। उनका उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ना, महिलाओं को सशक्त बनाना और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करना है। उनके प्रयासों से झारखंड और विशेष रूप से धनबाद को एक नई सामाजिक और आर्थिक क्रांति की उम्मीद मिली है।