वार्ड 93, गोविन्द नगर
नार्थ एक मिश्रित आबादी वाला
परिक्षेत्र है, जहां हर वर्ग के
लोग निवास करते हैं. इसके साथ ही इस क्षेत्र में सिंधी व पंजाबियों की बहुलता है. वर्तमान
में इस क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी का निर्वहन भाजपा से नवीन पंडित जी कर रहें
हैं, जो कि वर्ष 2017 से गोविन्द नगर नार्थ वार्ड 93 से पार्षद हैं एवं स्थानीय विकास कार्यों में अपना
सहयोग दे रहे हैं.
स्थानीय जनसांख्यिकी -
जनगणना 2011 के अनुसार तकरीबन 60-65,000 की आबादी वाले वार्ड में पंजाबी आबादी की बहुलता है, यहां की साक्षरता दर 90-92 प्रतिशत तक है. इस क्षेत्र में जीविकापार्जन के साधन
मिश्रित हैं, क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी दादानगर उद्योग नगरी है, जहां पर
बड़ी-बड़ी फैक्टरियां हैं. यानि यहां की
जनसंख्या में व्यापारी वर्ग, दुकानदार के साथ साथ फैक्ट्री इत्यादि के कार्यों से भी
जुड़े हैं. साथ ही फज़लगंज इंडस्ट्रियल एरिया भी इसी वार्ड से सता हुआ है. इसके
अतिरिक्त प्राइवेट जॉब करने वालों की संख्या भी अच्छी खासी है.
शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाएं –
गोविन्द नगर उत्तरी क्षेत्र
में शिक्षा को लेकर जागरूकता काफी अधिक है, जिसके चलते यहां बहुत से विद्यालय
मौजूद हैं. कानपुर का प्रसिद्ध डी.वी.एस डिग्री कॉलेज भी इसी वार्ड में मौजूद है.
इसके अतिरिक्त यहां सरकारी विद्यालय भी मौजूद हैं, जो शिक्षा प्राप्त करने के लिए
बेहतर माध्यम हैं.
यदि क्षेत्र की स्वास्थ्य
संबंधी सुविधाओं पर गौर किया जाएं तो यहां एक भी अस्पताल मौजूद नही है, लिहाज़ा स्थानीय निवासियों को चिकित्सकीय सुविधाओं के लिए क्षेत्र से 10-12
किलोमीटर दूर जाना पड़ता है.
अन्य जनसुविधाएं –
स्थानीय सुविधाओं के तौर
पर यहां जय श्री कृष्ण पार्क, माँ दुर्गा पार्क, शिवाजी पार्क जैसे पार्क भी उपलब्ध हैं, जो क्षेत्रीय जनता के
टहलने एवं मनोरंजन के लिए अच्छे विकल्प हैं.
वार्ड की प्रमुख समस्याएं –
वर्तमान पार्षद के अनुसार
सीवरेज व पेयजल की समस्या इस क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में से हैं. नगर में वाटर
लाइन सुनियोजित तरीके से न पड़ने के कारण वाटर सप्लाई में बाधा उत्पन्न होती है.
जिस कारण क्षेत्र में पेयजल की समस्या बनी हुई है.
इसके अतिरिक्त वार्ड में
कुल 22 पार्क हैं, किन्तु माली सिर्फ दो ही हैं. जिसके चलते
पार्कों का उचित रख- रखाव नहीं हो पाता. साथ ही पेड़ों की सुरक्षा के लिए पार्षदों
को आज तक जाली उपलब्ध नहीं करायी गई है. इन सभी समस्याओं के निराकरण की दिशा में
स्थानीय पार्षद के प्रयास अनवरत रूप से जारी है.