अपनी कार्यशैली व
विचारधाराओं से लोगों को आकर्षित करने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेशे से
राजनेता थे तथा वह भारतीय जनसंघ पार्टी जिसे वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के
नाम से जाना जाता है, उसके अध्यक्ष के रूप में सेवाएं देते थे.
उन्होंने अपने प्रयासों से भारत की आज़ादी के उपरांत लोकतंत्र की परिभाषा को बदलते
हुए देश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसके कारण आज भी उनकी
छवि मानस पटल पर अंकित है. भारतीय जनसंघ का निर्माण डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने
किया था और दीनदयाल उपाध्याय उसमें पहले उ.प्र शाखा के महासचिव बने उसके बाद अखिल
भारतीय महासचिव के रूप में उन्होंने कार्यभार संभाला. उन्होंने निरंतर 15 वर्षों
तक इस पार्टी से जुड़कर पार्टी को मजबूती प्रदान कराने में अपना योगदान दिया है.
इन्ही के नाम पर अयोध्या के वार्ड 47 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड का नाम दिया गया है.
सांप्रदायिक सौहार्द और
आपसी सामंजस्य की मिसाल कायम करता यह वार्ड आज भी गंगा-जमुनी तहजीब का प्रदर्शन
करता है, जहां दिवाली की जगमगाहट
और ईद की रौनक दोनों की झलक दिखाई देती है. पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड...जो वर्ष 2017 से पहले फैजाबाद जिले के अंतर्गत आता था, लेकिन योगी सरकार के प्रदेश में आने के बाद फैजाबाद और
अयोध्या नगर पालिका को जोड़कर अयोध्या नगर निगम का निर्माण किया गया, जिसमें तकरीबन तीन लाख की आबादी वाले 50 वार्ड को 60 नए वार्ड में विभाजित का दिया गया. इस तरह कभी फैजाबाद नगर
परिषद् के 29 वार्ड में से एक दीनदयाल
उपाध्याय वार्ड भी अयोध्या नगर निगम का हिस्सा बन गया.
जुड़वाँ शहर अयोध्या और
फैजाबाद की नगर पालिका बोर्ड को समाप्त कर प्रदेश सरकार ने अयोध्या नगर निगम की
स्थापना करते हुए यहाँ बनाये गए नए वार्ड का नामकरण क्रांतिकारियों, ऐतिहासिक व्यक्तियों एवं धार्मिक-सांस्कृतिक
स्थानों के नाम पर किया है. इसी तर्ज पर भारत निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने
वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर अयोध्या के वार्ड 47 का नामकरण किया गया. इस वार्ड में स्थानीय विकास की
जिम्मेदारी का भारतीय जनता पार्टी से सुरेश कुमार कर रहें हैं, जो वर्ष 2017 से इस वार्ड में पार्षद रहते हुए क्षेत्रीय विकास का
दायित्त्व निभा रहे हैं.
लगभग 5,000 तक मिश्रित जनसंख्या वाले इस क्षेत्र में आने
वाले प्रमुख मोहल्लों में धनीराम का पुरवा, अश्विनी पुरम, वजीरगंज जप्ती,
अंजनीपुरम
आंशिक आदि आते हैं. शिक्षा
व्यवस्था के तौर पर इस वार्ड में प्राइमरी स्कूलों के साथ-साथ इंटर कॉलेज की भी
सुविधा है. जो शिक्षा सुविधा के लिहाज
से बेहतर विकल्प हैं. स्वास्थ्य सुविधाओं की बात की जाए तो वार्ड में प्राइवेट
क्लिनिक की सुविधा है परन्तु सरकारी अस्पताल वार्ड में नही है. वार्ड के पास ही
सरकारी अस्पताल स्थित है. जहां जनता को अच्छी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराता
है.
स्थानीय पार्षद के अनुसार
वार्ड में जलभराव की समस्या काफी अधिक है, जिसका कारण रेलवे के पास
स्थित नाला है, जिसकी समय से सफाई नही हो पाती क्योंकि रेलवे
अपनी ओर से सफाई करने में आनाकानी करते हैं और न ही नाले के निर्माण की व्यवस्था
की जाती जिससे जल निकासी उचित प्रकार हो पाए.
References:
1. http://nagarnigamayodhya.in/pages/hi/topmenu-hi/hi-about-us/hi-ward-mohallas
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